Wednesday, March 30, 2011

खदान में दबे 45 मजदूर
इस्लामाबाद. 21 मार्च को पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में ध्वस्त हुई कोयला खदान में 45 की मौत हो गई है। खदान में अब किसी के जीवित बचे होने की संभावना नहीं है। मिथेन गैस भर जाने के कारण खदान में कई विस्फोट हुए थे। बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से करीब 30 किमी दूर सोरांग में, सरकारी पाकिस्तान खनिज विकास निगम (पीएमडीसी) की खदान रविवार को विस्फोट के बाद ध्वस्त हो गई थी। बलूचिस्तान के कृषि मंत्री असलम बिजेंजो ने प्रांतीय सभा में बताया कि 45 मजदूरों की मौत की पुष्टि हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि यदि कोई मजदूर जीवित पाया गया तो यह चमत्कार ही होगा। खदान में गैस निकलने की समुचित व्यवस्था न होने की वजह से वहां मिथेन गैस भर गई थी। इसके कारण वहां विस्फोट हुए और फि र रविवार सुबह खदान ध्वस्त हो गई। बचाव कार्य में लगे आपात दल के सदस्यों को भी गैस की वजह से चक्क र आने लगे। इस वजह से थोड़ी देर के लिए बचाव कार्य रोकना भी पड़ा था। अधिकारियों ने बताया कि जांच की जा रही है कि खुदाई रोकने के लिए जारी की गई चेतावनी पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। बलूचिस्तान के खान मंत्री रहमान मेंगाल के मुताबिक, प्रांतीय सरकार ने पाकिस्तान खनिज विकास निगम से खतरनाक माहौल और सुरक्षा उपायों के अभाव में खदान बंद कर देने के लिए कहा था।

कई मजदूर मिटटी में दबे
जयपुर भट्टा बस्ती इलाके में शुक्रवार शाम सीवर टैंक की खुदाई के दौरान मिट्टी ढहने से दो मजदूर नीचे दब गए। उनमें से एक को कुछ देर बाद सकुशल निकाल लिया गया, जबकि ज्यादा गहराई में दबे दूसरे मजदूर को नहीं निकाला जा सका। देर रात तक आपदा प्रबंधन दल के प्रयास जारी थे।
थानाधिकारी राजेश विद्यार्थी ने बताया कि शहीद इंदिरा नगर बस्ती में शहजाद के मकान के पिछले हिस्से में सीवर टैंक की खुदाई का काम शुक्रवार सुबह शुरू हुआ था। संजय नगर भट्टा बस्ती निवासी मुराद (22) व नवाब (28) वहां काम कर रहे थे। नवाब टैंक के नीचे खुदाई कर मिट्टी को ऊपर मौजूद मुराद को पकड़ा रहा था। शाम करीब पौने 4 बजे तक करीब 15 फीट खुदाई होने पर नवाब ने मुराद से कहा कि रस्सी फेंककर उसे ऊपर खींच ले। मुराद ने रस्सी नीचे फेंकी, पर इसी बीच मिट्टी भरभराकर ढह गई और वह भी नीचे गिर गया। दुर्घटना का पता चलने पर लोग इकट्ठा हो गए। भट्टा बस्ती थानाधिकारी व आपदा प्रबंधन दल मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने मुराद को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन नवाब खां दबा रहा।
तंग गलियां व रेतीला इलाका होने से हुई परेशानी: थानाधिकारी के अनुसार मकान के पिछले हिस्से में जहां खुदाई हो रही थी, वह काफी संकरी जगह है। मकान भी तंग गलियों में होने से जेसीबी से खुदाई नहीं की जा सकी। रेतीला इलाका होने से मिट्टी लगातार धंस रही है। इससे नवाब को बाहर निकालने में दिक्कतें आ रही हैं।

ईमारत से गिरकर मजदूर की मौत
उल्लहासनगर। उल्हासनगर महानगरपालिका मुख्यालय की इमारत पर काम कर रहे मजदूर की तिसरी मंजिल से गिर जाने से बुरी तरहा जख्मी हो जाने से ठेके दार पर कारवाई की मांग की जा रही है। जबकि कडीया मजदूर काला पाटिल कीं गंभीर अवस्था को देख मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराये जाने की खबर मिली है।

करंट लगने से मजदूर की मौत
भूपानी थाना एरिया में एक निर्माणाधीन इमारत में काम करने वाले मजदूर की रविवार शाम करंट लगने से मौत हो गई। हादसा उस दौरान हुआ जब मजदूर मेन लाइन में कुंडी डाल कर तार को मकान के अंदर ला रहा था। तार कटा होने के कारण करंट चौखट में आ गया और मजदूर चिपक गया। पुलिस ने हादसे की जानकारी परिवार के लोगों को दे दी है। मृतक निशांत राय (20) पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि खेड़ी चौकी एरिया स्थित कच्चा खेड़ी रोड पर बन रही बिल्डिंगों में वह मजदूरी का काम करता था। रविवार शाम निशांत अपना मोबाइल चार्ज करने और मकान में उजाला करने के लिए मेन लाइन में कुंडी डाल रहा था। कुंडी डालने के बाद वह तार को कमरे के अंदर बोर्ड में लगाने के लिए ला रहा था। तार कई जगह से कटा हुआ था। जिस समय तार को चौखट के अंदर से निकाला गया, तो करंट चौखट में आ गया और उसे लग गया।

जनरल मोटर्स

जनरल मोटर्स के मजदूर हड़ताल पर


गौरतलब है कि जनरल मोटर्स के हलोल प्‍लांट में कुल 1600 लोग काम करते हैं जिसमें मजदूरों की संख्‍या लगभग 1000 है जिनमे से 700 मजदूर हड़ताल पर है। मजदूरों का आरोप है कि उनपर काम का जिम्‍मा बहुत ज्‍यादा है और कंपनी उन्‍हे सुबिधा मुहैया नहीं कराती है। मजदूरों का कहना है कि कंपनी ने पीएफ एक्‍ट, ग्रेच्‍युटी मानकों और स्‍वास्‍थय कानूनों का उलंघन किया है और इसके चलते वह स्‍वास्‍थय से जुडे समस्‍याओं का सामना कर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ कंपनी ने इस हड़ताल को गैरकानूनी बताया है। जनरल मोटर्स के अधिकारियों का कहना है कि यह हड़ताल पूर्व में हुए कंपनी और कर्मचारियों के बीच हुए समझौते का उल्‍लंघन हैजब कार्मचारियों ने कामकाज ठप कर दिया था। कंपनी के मुताबिक सभी तरह के नियमों का पालन किया जा रहा है। कर्मचारियों का आरोप है कि स्वास्थ्य मसले पर आवाज बुलंद करने वाले उनके कुछ सहकमिर्यों का हरियाणा, गुड़गांव और आंध्र प्रदेश के डीलर और सब-डीलर आउटलेट में ट्रांसफर कर दिया गया है।

कामगार की मौत

सिंगापुर में भारतीय कामगार की मौत
सिंगापुर, 30 मार्च :भाषा: सिंगापुर की एक रिफाइनरी में मरम्मत कार्य के दौरान आॅक्सीजन की कमी से भारतीय कामगार की मौत हो गई, जबकि एक अन्य की हालत गंभीर है।
स्थानीय समाचार पत्र स्ट्रेट्स टाइम्स के मुताबिक एक्सन मोबिल सिंगापुर रिफाइनरी में काम कर रहे दक्षिणामूर्ति वेल्लईसामी (34) की सोमवार को मौत हो गई।
एक अन्य भारतीय कामगार 35 वर्षीय सोनाकलई रविचंद्रन को निकट के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों मास्क पहनकर रिफाइनरी में पहुंचे थे, लेकिन आॅक्सीजन का स्तर ठीक नहीं था और इससे उनका दम घुट गया ।