गुड़गांव. आईएमटी मानेसर के सेक्टर-सात स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत मजदूर को कंपनी से सामान भरकर ले जा रहे टाटा-407 ने सरेआम रौंद दिया। गंभीर रूप से घायल मजदूर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। साथी की मौत के बाद अन्य मजदूरों ने हंगामा किया और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भी नहीं ले जाने दिया।
कंपनी अधिकारियों द्वारा मृतक की पत्नी और दोनों बच्चों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता का आश्वासन देने के बाद ही मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। दोपहर बाद मानेसर थाने की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया।
बिहार निवासी 25 वर्षीय विरेंद्र पुत्र कामेश्वर अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों के साथ मानेसर इलाके में किराये के मकान में रहता था। पास ही आईएमटी मानेसर सेक्टर-सात स्थित प्लास्टिक के बोरे बनाने वाली कंपनी पॉलीब्लैंड इंडिया प्राइवेट लि. में नौकरी करता था। शनिवार की अल-सुबह कंपनी से सामान भरकर एक टाटा-407 निकल रहा था। तभी टाटा-407 से उसे चपेट में ले लिया। गंभीर रूप से घायल विरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
विरेंद् की मौत के बाद उसके साथी मजदूरों ने वहां हंगामा कर दिया व विरेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया। कंपनी के अधिकारियों ने मृतक की पत्नी और दोनों बच्चों को एक-एक लाख की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया। इसके बाद मजदूरों ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया। मानेसर थाने की पुलिस ने मृतक के साथी रंजीत के बयान पर आरोपी टाटा-407 चालक नई दिल्ली निवासी लक्ष्मण गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की है।
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23 मार्च
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Thursday, May 19, 2011
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