रायपुर में गोदावरी इस्पात फैक्ट्री में काम करते हुए कर्मचारी की मौत
रायपुर, 21 जून 2010
प्रबंधन की तानाशाही से त्रस्त मजदूरों का गुस्सा सोमवार को अपने एक साथी के काम करते वर्त मारे जाने से गोदावरी इस्पात फैक्ट्री पर फूट पड़ा। करीब 200 से 250 की संख्या में मज़दूरों ने सोमवार रात फैक्ट्री को घेर लिया। वे अपने साथी के लिए मुआवजे की मांग कर रहे थे। प्रबंधन मुआवजे की बात को टालना चाहता था और पुलिस प्रशासन की मदद तक मजदूरों को बातों में उलझाना चाह रहा था। इससे गुस्साए मजदूरों की सुरक्षा गार्डों से नोक झोंक हो गई। इसके बावजूद प्रबंधन बातचीत को सामने नहीं आया। इसके बाद उन्होंने प्रशासनिक परिसर में तोड़ फोड़ करनी शुरू कर दी और वहां खड़ी करीब 7 कारों और मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह पतिराम नामक एक मज़दूर फैक्ट्री के ट्रक से घायल हो गया था और उसकी मौत हो गई। फैक्ट्री प्रबंधन मुआवज़े को लेकर हीला हवाली करने लगा और इस बारे में मंगलवार सुबह 8 से 9 बजे का वक्त तय किया था,लेकिन सोमवार रात 8 बजे ही मज़दूर फैक्ट्री के प्रशासनिक भवन पर इकट्ठा हो गए। मज़दूर इतने उग्र थे कि फैक्ट्री में मौज़ूद सुरक्षा गार्ड भी उन्हें रोक नहीं पाए और मज़दूरों ने फैक्ट्री परिसर में खड़ी कारों और मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया।
इसी बीच प्रबंधन ने पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जमकर लाठी भांजी। प्रबंधन ने आरोप लगाया है कि तोड़ फोड़ की वजह से फैक्ट्री को करीब 3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हालांक इसका ब्यौरा वह नहीं दे पाया।
पुलिस ने मजदूरों को खदेड़ दिया और 8 मज़दूरों को गिरफ्तार कर लिया। रात भर फैक्ट्री परिसर में भारी सुरक्षा बल तैनात रहा।
इसी तरह बिहार के एक रेलवे कारखाने में कुछ दिन पहले परिसर में ही एक कर्मचारी की ठेकेदार के वाहन से टक्कर में मौत हो गई और इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ था। यहां तक कि पुलिस और औद्योगिक सुरक्षा बलों से मजदूरों ने जमकर मुकाबला किया और कई सुरक्षाकर्मी लहुलुहान हो गए थे।
नोट ः आपके पास अगर मजदूरों, कर्मचारियों, महिला श्रमिकों आदि के बारे में कोई खबर हो, या आप कुछ विचार रखते हों तो मजदूरनामा ब्लाग पर पोस्ट करने के लिए mazdoornama@gmail.com पर मेल करें। -मजदूरनामा टीम
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