





सीएनजी की कीमतों में वृद्धि से के खिलाफ मंगलवार को मुंबई के करीब 85,000 टैक्सी चालकों और एक लाख ऑटोरिक्शा चालकों ने हड़ताल कर दी। वे किराए में वृद्धि की मांग कर रहे हैं। हालांक हड़ताल शूरू होने के पर जाने के कुछ ही घंटों बाद महाराष्ट्र सरकार ने ऑटो के किराए में दो रुपए तक के इजाफे की घोषणा की है। मुंबई में कुछ दिन पहले काम के घंटों को लेकर मोटरमैनों ने हड़ताल की थी। दिल्ली में सीएनजी की कीमतें बढ़ने के बाद इस तरह का कोई प्रतिरोध देखने को नहीं मिला। देश की राजधानी में सांकेतिक हड़ताल कर चालक यूनियनें अपनी खानापूर्ति कर देती हैं जबिक महाराष्ट्र खासकर मुंबई में यूनियनें काफी सशक्त हैं। और सन् 77 की रेलवे हड़ताल की उष्मा आज भी वहां देखी जा सकती है।
मुंबई के टैक्सी व आटो चालकों की इस हड़ताल का मजदूरनामा टीम समर्थन करती है।
हिन्दुस्तान अखबार में रवीश कुमार जी का लेख पढ़ कर आप के ब्लाग पर आना हुआ, सुन्दर खयाल है आप का, किन्तु जरा बावस्ता हो जाइए उन मज़दूरों से जिनके कन्धों पर हमारी अय्यासियों का बोझ है, फ़िर देखिए कितनाखुशगवार माहौल बनेगा, आप के और उनके बीच शायद उन की कुछ समस्यायें ही हल हो जाए...आप के लेखन से!...सीधा संवाद...उनके और हमारे बीच, न कि खबर.....खबर में वो सिर्फ़...
ReplyDeleteतस्वीरों के जरिए संदेश देने की अच्छी कोशिश है, ऑटो वालों की हड़ताल का अपनी तरफ से समर्थन भी मजदूरनामा की स्वागत योग्य पहल है। कृष्ण मिश्र जी, आपकी संवेदनशीलता सचमुच सराहनीय है। मजदूर वर्ग की समस्याओं के प्रति आपकी चिंता प्रभावित करती है। इस ब्लॉग पर आकर हम लोगों से मिलने के लिए शुक्रिया..
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