खंडवा, 26 जून
तीन माह तक हाड़तोड़ मजदूरी कराया। जब मजदूरी मांगी तो ठेकेदार ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के पिपलोद थानान्तर्गत सरमेश्वर गांव में एक मजदूर को कुछ महीने पहले एक ठेकेदार मजदूरी कराने के लिए ले गया था।
जानकारी के अनुसार ठेकेदार लाल सिंह कुछ मजदूरों को मार्च में नांदेड लेकर गया था, जहां उसने तीन माह तक मजूदरों से काम कराया। वापस लौटने पर मजदूर भीमसिंह को उसने मात्र तीन सौ रुपए दिया था।
कल रात भीमसिंह जब अपनी बाकी मजदूरी मांगने गया तब उसका लाल सिंह से झगड़ा हो गया तथा सिंह ने अपने दो साथियों गुरु सिंह एवं रामसिंह के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस अधीक्षक हरिनारायण मिश्रा ने बताया कि पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
इस तरह की घटनाएं आम हैं। नोएडा में मध्यप्रदेश से ही आए कुछ मजदूरों की मजदूरी हड़पने के मामले लगातार सामने आते हैं। ठेकेदारी प्रथा में कई ठेकेदार मजदूरों से काम तो करा लेते हैं लेकिन कंपनी के भुगतान को लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं। एक फैक्ट्री के प्रबंधन को तो ठेकेदार को वेतन दिवस पर फैक्ट्री के अंदर ही रहने का आदेश देना पड़ा क्योंकि वह कई महीने से मजदूरों का वेतन बकाया कर रखा था। असल में ठेकेदारी प्रथा लागू कर सरकार ने देश में श्रम की लूट को खुली छूट दे ऱखी है। ठेकेदारी तो लागू कर दी गई लेकिन मजदूरों के हित संरक्षित रखने के लिए कोई कठोर कानून नहीं बनाया गया। ऐसे में ठेकेदार और कंपनी मजदूरों के साथ कैसा भी बर्ताव करने के लिए अपने को आजाद महसूस करते हैं। मजदूरों का भी कोई संगठित प्रतिरोध नहीं आता है। कभी कभी उनका गुस्सा फूटता है तो पुलिस और प्रशासन कानून व व्यवस्था को बनाए रखने पर संघर्ष का बेरहमी से दमन कर देती है।
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23 मार्च
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Saturday, June 26, 2010
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