Monday, June 21, 2010

चीन में खदान में विस्फोट, 47 मजदूर मारे गए

खान विस्फोटों में अब तक मारे जा चुके हैं २००० मजदूर

सोमवार, जून 21, 2010

चीन में खदान विस्फोट बहुत बड़ी मानवीय त्रासदी बन गए हैं। चीन के मध्य हेनान प्रांत के पिंगडिंगशान में स्थित कोयले की एक खदान में विस्फोट हो गया, जिससे कम से कम 47 मजदूर मारे गए। खदान से 26 मजदूरों को बचा लिया गया। तीन माह पहले ही शांक्सी प्रांत में एक खदान में पानी भरने से 153 मजदूर अंदर फंस गए थे। इनमें से 115 को ही बचाया जा सका।

राज्य के सुरक्षा प्रशासन ने बताया कि स्थानीय समयानुसार, रात करीब एक बज कर 40 मिनट पर खदान में गन पाउडर स्टोर में विस्फोट हुआ। अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के बाद 26 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि 47के मरने की पुष्टि की जा चुकी है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, जिस खदान में विस्फोट हुआ है उसकी वाषिर्क कोयला उत्पादन क्षमता 90 हजार टन है। विस्फोट के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।

चीन की कोयला खदानों में आए दिन हादसे होते हैं क्योंकि अधिकारी और खनन एजेंसियां देश की बढ़ती उर्जा जरूरत पूरी करने के लिए जरूरत से ज्यादा खुदाई करते हैं। अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक 2,632 मजदूर मारे जा चुके हैं।


पूंजीवादी दौड़ में विश्व चैपियन बनने की फिराक में चीन का शासक वर्ग आदिम पूंजी संचय के लिए अपनी ही जनता के साथ क्रूरतम व्यवहार कर रहा है। ये विस्फोट इस बात को और पुख्ता कर रहे हैं। चीन की बराबरी करने के लिए हिंदुस्तान का शासक वर्ग भी वही क्रूरतम हथकंडे अपना रहा है। ठेकेदारी में लगे मजदूरों की न्यूनतम ड्यूटी १२ घंटे हो चुकी है, कर्मचारी सुरक्षा के उपायों से सरकार अपने हाथ तो खींच ही चुकी है अब मजदूरों की मजदूरी मारने के लिए भी डंडे का इस्तेमाल हो रहा है। कमोबेश दोनों देशों के मजदूर वर्ग की हालत एक जैसी हो गई है।

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