Monday, June 14, 2010

30 हजार के कर्ज में 90 हजार चुकाया, फिर भी 1 लाख बाकी

यह हाल है एनसीआर क्षेत्र में सूदखोरों का
मजदूर बन रहे शिकार

मोदीनगर, 14 जून :
कर्ज लिया 30 हजार का। इसके बदले 90 हजार रुपये चुकाए, फिर भी सूदखोर को अभी चाहिए एक लाख और। यह हाल है राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सूदखोरों का। सोमवार को मोदीनगर थाना अंतर्गत बेगमाबाद के बुलाकी पाड़ा निवासी एक महिला सूदखोर के साथ आए गुर्गों ने ब्याज न चुकाने पर सरेराह बस को रोककर ड्राइवर की पिटाई की और तोड़ फोड़ की। इतना ही नहीं बस में बैठे यात्रियों के साथ बदसलूकी कर खदेड़ दिया। सूदखोर महिला बस चालक से 10 फीसदी ब्याज के साथ 30 हजार की बजाए एक लाख की रकम मांग रही थी। जबकि बस चालक सूदखोर महिला को 90 हजार रुपये अदा कर चुका है।
बता दे कि इस सूदखोर महिला के इस प्रकार के अब तक करीब आधा दर्जन मामले पुलिस के संज्ञान में आ चुके हैं। फिर भी पुलिस की मिलीभगत से वह अपना काला धंधा जमाए हुए है। एनसीआर में आए दिन ऐसी घटनाएं होती हैं लेकिन चुंकि मामला मजदूर और गरीब तबके का होता है इसलिए पुलिस भी सूदखोरों का ही पक्ष लेती है। हाल ही में नोएडा के हरौला में कर्ज से दबे परेशान मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी लेकिन फिर भी उस सूदखोर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
मुरादनगर के डिफेंस कालोनी निवासी उमेश त्यागी पुत्र मंगू सिंह त्यागी बस ड्राइवर है। उमेश ने बताया कि गत वर्ष जून माह में उसने बेगमाबाद की बुलाकी पाड़ा मोहल्ला निवासी एक महिला सूदखोर से बहन की शादी में खर्चे हेतु 30 हजार रुपये तीन फीसदी ब्याज पर लिए थे। उसने कई किश्तों में करीब 90 हजार रुपये की रकम सूदखोर महिला को लौटा दी।
सोमवार की सुबह जब वह बस में यात्रियों को लेकर गाजियाबाद की ओर जा रहा था। जैसे ही वह मोदीनगर बस स्टैंड पर पहुंचा, तभी सूदखोर व उसके साथ आधा दर्जन गुर्गों ने बस पर हमला बोल दिया।
सरेराह हुई इस घटना को पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही। आरोप है कि सूदखोर महिला के गुर्गों ने पीडि़त ड्राइवर से 25 हजार रुपये की नगदी, सोने की चेन भी लूट ली। पीडि़त ड्राइवर की तहरीर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी ने थाना प्रभारी को जांच सौंपी है।

1 comment: