कोलकाता, 15 जुलाई
देश में छोटी मोटी औद्योगिक दुर्घटनाओं का जैसे सिलसिला चल पड़ा है। अभी मुंबई में गैस लीक की खबर को एक दिन भी नहीं बीता कि कोलकाता के एक इस्पात संयंत्र में गैस लीक ने ढाई दर्जन मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया। देश के औद्योगिक क्षेत्र में जिस तरह से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है उससे लगता है कि भारत जल्द ही चीन को पछाड़ देगा जहां औद्योगिक दुर्घटनाएं आए दिन हो रही हैं। ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की मैनेजमेंट की हवश का मजदूर शिकार हो रहे हैं। मजदूरों के खतरनाक जगहों पर काम करने के दौरान जरूरी सुरक्षा उपकरण तक नहीं मुहैया कराए जाते जिससे हादसे होते रहते हैं।
जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल स्थित दुर्गापुर इस्पात संयंत्र (डीएसपी) की भट्ठी से आज सुबह निकली कार्बन मोनोक्साइड और मीथेन गैस के सम्पर्क में आ जाने से कम से कम 27 मजदूर बीमार हो गए।
डीएसपी के संचार प्रमुख बी. कानूनगो ने बताया कि बीमार मजदूरों में से 24 को डीएसपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां चार की हालत नाजुक बताई जाती है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है।
मामले को गैस लीक की घटना होने से इनकार करते हुए कानूनगो ने कहा कि ''गैसों के बढ़ते संकेंद्रणÓÓ की वजह से मजदूर खुद को भट्ठी के पास असहज महसूस कर रहे थे। जबकि मजदूरों ने गैस लीक होने के कारण बेहोश होने और मितली आने की बात कही है। उनमें कई की हालत खराब है।
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23 मार्च
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Friday, July 16, 2010
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