Tuesday, May 24, 2011

यूनियन अधिकारों को छीने जाने के खिलाफ अमेरिकी कामगारों का संघर्ष



मध्य फ रवरी से लेकर मार्च के पूरे महीने संयुक्त राज्य अमेरिका के विनकानसिन राज्य में दसियों हजार मजदूरों-कर्मचारियों ने सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियनों के मोल-भाव करने के अधिकारों को खत्म किये जाने के खिलाफ आन्दोलन का रास्ता अख्तियार किया। दुनिया के हर देशों और राज्यों की सरकारों की तरह वहाँ की सरकार भी मजदूरों के हितों और अधिकारों में कटौती करने की राह पर है। विनकानसिन के गवर्नर स्काट वाकर ने यूनियनों की कमर तोड़ देने के लिए उनके मोल-भाव करने के अधिकार को खत्म करने का कदम उठाया था। इस हेतु, राज्य की रिपब्लिकन सरकार ने विगत १६ फरवरी को अनुमानित ३००,००० कामगारों के सामूहिक तौर पर मोल-भाव करने के अधिकार खत्म करने के लिए कानून बनाना चाहती थी, जिनमें अध्यापकों से लेकर कारागार रक्षकों तक विभिन्न किस्म के कर्मचारी शामिल हैं।
सरकार के इस कदम के खिलाफ दसियों हजार मजदूरों ने विनकानसिन की राजधानी मैडिसन शहर में गत मध्य फ रवरी से लेकर मार्च के लगभग पूरे महीने अपना जोरदार संघर्ष जारी रखा। आस-पास के राज्यों की सरकारों द्वारा ऐसे ही मजदूर विरोधी कदम उठाए जाने की आशांका में यह आन्दोलन, अन्य कई राज्यों जैसे ओहियो, न्यू जर्सी, पेनसिलवानिया, फ्लोरिडा, इण्डियाना, मिशीगन, आदि में भी फ ैल गया। चँूकि ओहियो राज्य की विधान सभा में भी मजदूरों के सामूहिक मोल-भाव के अधिकारों में कटौती करने का विधयेक प्रस्तुत किया जाने वाला था, अत: वहाँ के कामगार भी हजारों की संख्या में इस संघर्ष में शामिल हो गये।
इस आन्दोलन में अमेरिका का राजधानी वाशिंगटन में रिपब्लिकनों और डेमोक्रेटों के बीच बजट घाटे में कटौती को लेकर जारी लड़ाई का भी असर था। डेमोक्रेट भी बजट घाटे में कटौती चाहते हैं, लेकिन रिपब्लिक न यह चाहते हैं कि बजट घाटे में कटौती के नाम पर सामजिक कल्याण के कामों और कामगारों को मिलने वाली सुविधाओं में पूरी तहर कटौती कर दिया जाय। विनकानसिन के विधेयक के पारित हो जाने से पेन्शन और स्वास्थ्य बीमा के बारे में मोल-भाव करने का यूनियन का अधिकार छिन जाता। हालांकि, डेढ़ महीने के संघर्ष के बावजूद राज्य की रिपब्लिकन सरकार ने विधानसभा में अपनी बहुतम के दम पर इस विवादित विधेयक को पारित करवा लिया, लेकिन तबतक विनकानसिन के कामगारों के समर्थन की लहर पूरे अमेरिका में फ ैल चुकी थी। सार्वजनिक क्षेत्र के इन कामगारों के समर्थन में निजी क्षेत्र के मजदूरों ने भी एकजुटता में आन्दोलन किया और अमेरिका के दसियों राज्यों में कर्मचारियों और मजदूरों के जुझारू संघर्ष हुए।
ऐसा लगता है कि विनकासिन राज्य में मजदूरों के अधिकारों की कटौती की इस घटना में पूरे अमेरिका में कामगारों और कर्मचारियों को झकझोरकर जगा दिया है और उनक ी आपसी एकता को मजबूत कर दिया है। यह एक ऐसा लक्षण है जो न सिर्फ अमेरिका के मेहनतकशों के लिए अच्छा है, बल्कि पूरी दुनिया के श्रमजीवियों के लिए आशा और उत्साह का विषय है, क्योंकि पूरी दुनिया के पैमाने पर अतीत के संघर्षों से मजदूर वर्ग ने जो भी अधिकार और सहूलियतें हासिल की थीं, उनके एक के बाद एक छिने जाने का सिलसिला जारी है और उन्हें रोकने का एकही रास्ता है - एकताबद्घ संघर्ष!
श्रमजीवी पहल पत्रिका से साभार

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