तीन किमी लंबी सुरंग में तेज धारा में बहने के बाद भी जिंदा निकला,
इडुकी, केरल, 24 जुलाई
कालार में चल रही जल विद्युत परियोजना की तेज प्रवाह वाले पानी से भरी सुरंग में घंटों फंसे रहने के बाद एक कर्मचारी जिंदगी और मौत के बीच से जूझ कर किसी तरह बाहर निकला। प्रबंधन इस बात का जवाब नहीं दे पा रहा है कि बिना सुरक्षा व्यवस्था के एक ठेके के कर्मचारी को कैसे सुरंग साफ करने के लिए भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार बेनी थामस (39) जो केरल राज्य बिजली विभाग में अस्थाई कर्मचारी के पद पर काम करता है कल अपने कुछ साथी कर्मचारियों के साथ जल से भरी सुरंग की सफाई का काम कर रहा था।
बेनी के तीन किलोमीटर लंबी सुरंग की सफाई का काम इसके उद्घाटन के पहले किया जा रहा था। इसी दौरान वह फिसल कर इसमें फंस गया। जिस समय वह सफाई कर रहा था उसे बचाव व सुरक्षा के समुचित उपकरण नहीं दिए गए थे।
इससे पहले कि उसके साथी कर्मचारी उसे बचाने का प्रयास करते वह पानी की तेज धार के साथ बहता चला गया। घंटों उसमें फंसे रहने के बाद मामूली चोट के साथ बाहर आए बेनी के लिए यह बताना मुश्किल था कि कैसे उसने उस दौरान जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष किया।
नेदुमकंदम के अस्पताल में भर्ती बेनी ने बताया 'मैं तेज प्रवाह की धारा के साथ चार मीटर की गोलाई वाली सुरंग में बहता चला गया। मैं सुरंग में मौजूद चट्टानों को पकड़कर अपने को बहने से बचाने की कोशिश कर रहा था लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण मैं इसमें सफल नहीं हो पा रहा था।Ó
उसने कहा 'थोड़े समय के लिए तो मुझे लगा कि सब कुछ खत्म हो गया। लेकिन मैंने संघर्ष करना नहीं छोड़ा। तभी मुझे सुरंग के आखिरी सिरे से आती रौशनी की किरण दिखाई पड़ी जो मेरे लिए जिंदगी की उम्मीद थी।Ó
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Saturday, July 24, 2010
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