Wednesday, July 21, 2010

एमसीडी की तोडफ़ोड़ में दो मजदूर दबे, एक की मौत

नई दिल्ली, 21 जुलाई
दिल्ली नगर निगम की ओर से मोरीगेट स्थित राम बाजार इलाके में एर जर्जर इमारत ढहवाने के दौरान मलबे में दो मजदूर दब गए। इनमें से एक मजदूर की मौत हो गई। दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा उस समय हुआ जब एमसीडी के अधिकारी मजदूरों को दिहाड़ी पर लेकर दो मंजिला जर्जर इमारत को ढहाने पहुंचे थे। अभी इस मामले में कश्मीरी गेट थाना पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मकान मालिक पहले ही इमारत को खाली कर चुका है। एमसीडी के अधिकारी अपनी निगरानी में मकान को ढहा रहे थे। जिससे अधिकारी ही इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. सागर प्रीत हुड्डा के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
मरने वाले मजदूर की पहचान मुरादाबाद निवासी रामबीर (30) के रूप में हुई है। मोरीगेट, रामबाजार स्थित उक्त मकान को बीते 16 जुलाई को एमसीडी ने जर्जर घोषित कर दिया था। यह इमारत किसका है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। बुधवार को एमसीडी के सिटी जोन से एई अनिल कुमार व जेई मो. शकील जामा मस्जिद इलाके से चार मजदूरों को लेकर इमारत ढहाने पहुंच गए थे।
दोपहर करीब सवा तीन बजे यह हादसा हुआ। करीब 10 फीट ऊंची एक दीवार दोनों मजदूरों के ऊपर आ गिरी। दोनों मजदूर मलबे के नीचे दब गए। उन्हें किसी तरह लोगों की मदद से मलबे से बाहर निकाला गया। रामबीर अन्य मजदूरोंके साथ मीना बाजार जामा मस्जिद इलाके में रहता था। पोस्टमार्टम के लिए शव को सब्जीमंडी मोर्चरी में रखवा दिया गया है। उधर घटना को देखते हुए निगमायुक्त केएस मेहरा ने शहरी क्षेत्र के उपायुक्त कृष्ण कुमार को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट तीन दिनों के अंदर देने को कहा गया है।

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