Thursday, May 27, 2010

एयर इंडिया निरंकुश हुई, 58 हड़ताली कर्मचारियों को बर्खास्त किया

जबकि 24 पर गिरी निलंबन की गाज-

एसीईयू तथा एआईएईए की मान्यता रद,

देश भर में कार्यालय सील-
गुस्साई एसीईयू ने दी 12 जून से हड़ताल की धमकी-
माकपा और भाजपा ने लिया हड़तालियों का पक्ष
नई दिल्ली, एजेंसी ः एयर इंडिया प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों को बर्खास्त और निलंबित करने का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी चलता रहा। प्रबंधन ने 24 और कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया जबकि दो को निलंबन की नोटिस थमा दी। इस तरह कुल 58 कर्मचारियों को बर्खास्त तथा 24 को निलंबित किया जा चुका है। हड़ताल वापस लेने के बाद एयर इंडिया प्रबंधन की आक्रामक कार्रवाई से झुब्ध कर्मचारियों ने 12 जून को फिर से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। ऐसा पहली बार हुआ है कि एयर इंडिया ने इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को बर्खास्त किया है। प्रबंधन ने बृहस्पतिवार को दोनों यूनियनों-एयर कारपोरेशन एंप्लाईज यूनियन (एसीईयू) तथा ऑल इंडिया एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स एसोसिएशन (एआईएईए) की मान्यता भी रद कर दी है और उनके सभी कार्यालयों को सील कर दिया है। इन यूनियनों से एयर इंडिया के 60 फीसदी कर्मचारी जुड़े हुए हैैं। कार्रवाई से भड़की एसीईयू ने 12 जून से पुन: हड़ताल का नोटिस दिया है। नोटिस के खिलाफ एयर इंडिया प्रबंधन कोर्ट में कैविएट दाखिल कर रहा है। इस बीच दिल्ली को छोड़ ज्यादातर शहरों में एयर इंडिया की उड़ानें सामान्य होने की ओर हैं। एसीईयू के अध्यक्ष दिनाकर शेट्टी ने जाधव को हिटलर बताते हुए उन्हें निजी एयरलाइनों का हितसाधक बताया है। जबकि माहासचिव जेबी कादियान ने कहा कि प्रबंधन एयर इंडिया में तालाबंदी का षड्यंत्र रच रहा है और गैरकानूनी तरीके अपना रहा है।यह पहला मौका है जब एयर इंडिया प्रबंधन ने हड़ताल को लेकर इतनी सख्ती दिखाई है। माकपा और भाजपा यूनियनों के बचाव में आगे आ गए हैैं और उसने एयर इंडिया की कार्रवाई का विरोध किया है।बार-बार की हड़तालों ने एयर इंडिया में श्रम प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस बार की हड़ताल तो ऐसे समय की गई जब एयर इंडिया प्रबंधन मंगलूर हादसे के सदमे से उबरने की अभी कोशिश ही कर रहा था। हाल में एयर इंडिया ने घाटे से उबरने के संकेत दिए थे। ऐसे माहौल में विमान हादसे और हड़ताल ने सारे किए-कराए पर पानी फेर दिया है। मंगलूर हादसे से एयर इंडिया को तकरीबन 200 करोड़ रुपये की चपत लगने का अनुमान है। जबकि दो दिन की हड़ताल में 130 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित होने से उसे 12 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगा है। इससे एयर इंडिया की छवि को भी करारा आघात लगा है। हड़ताल के दौरान तकरीबन 20 हजार यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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