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23 मार्च
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Wednesday, May 26, 2010
रविवार को ही गांव से आया था चौकीदार का परिवार
नई दिल्ली, २५ मई ः रोहिणी इलाके में निर्माणाधीन मकान के ढहने की चपेट में दम तोड़ने वाली चौकीदार की पत्नी बच्चाों के साथ रविवार को ही दिल्ली पहुंची थी। मूल रुप से मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ की रहने वाली महिला ऊजर्न का पति काफी दिनों से इस इमारत की चौकीदारी करने की वजह से गांव में रहने वाले अपने परिवार से अलग रह रहा था। उसने पत्नी व बच्चाों को कुछ दिनों तक अपने साथ रहने के लिए बुलाया था, लेकिन उनके यहां आते ही इमारत क्या ढही, उसका तो परिवार ही उजड़ गया।खरिया का रो-रो कर बुरा हाल है। एक तरफ तो वह अपनी पत्नी व बेटियों को खो देने से गमगीन है, वहीं दूसरी तरफ उसपर अपने घायल बेटे छोटू की भी देखभाल जिम्मेदारी भी है। परेशान खरिया कहता है कि परिवार का यहां आना ही उसके लिए अभिशाप बन गया। वह सिसकते हुए बस यही कहता है कि परिवार को यहां नहीं बुलाना चाहिए था। बहरहाल इलाके के लोग समझा-बुझा कर उसका ढांढस बंधा रहे हैं।
चक्का जाम
मजदूर मौतें
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