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Saturday, May 29, 2010
एयर इंडिया के विवाद में प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप हो : सीटू
नई दिल्ली, 29 मई : प्रमुख ट्रेड यूनियन संगठन े सीटू े ने एयर इंडिया के विवाद को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से हस्तक्षेप करने की मांग की है। सीटू का कहना है कि एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अरविन्द जाधव की जोर जबर्दस्ती की नीति और संगठन में बड़े पैमाने पर उत्पीडऩ के कारण उसके कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैं। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और सीटू के उपाध्यक्ष एम के पंधे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि एयर इंडिया के प्रमुख जाधव खुलकर साम्प्रदायिक तत्वों को बढ़ावा दे रहे हैं और मान्यताप्राप्त यूनियनों को कुचलने में लगे हैं। पंधे ने कहा है कि एयर इंडिया के कर्मचारियों ने एयरलाइन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक की जोर जबर्दस्ती की नीति का विरोध करने के लिए ही 12 जून को एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। यदि उस दिन हड़ताल होती है तो इससे कुछ दिन यात्रियों को भारी मुसीबत होगी और इसके लिए केवल एयर इंडिया का प्रबंध तंत्र ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा है। ै मुझे उम्मीद है कि आप इन बातों पर ध्यान देंगे और विवाद में हस्तक्षेप तक स्थिति सामान्य करेंगे ताकि एयर इंडिया निजी विमान कंपनियों की ओर से पेश की जा रही ओछी प्रतिस्पर्धा के बावजूद तरक्की कर सके। ै उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल और जाधव निजी कंपनियों के हितों को बढ़ाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि यदि उच्च स्तरीय जांच कराई जाती है तो यह साबित हो जाएगा कि ए दोनों निजी कंपनियों के फायदे के लिए एयर इंडिया का नुकसान करने में लगे हैं।
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