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Saturday, July 10, 2010
छह दिन बाद नेवेली लिग्नाइट के कर्मचारी काम पर लौटे
नेवेली, 6 जुलाई
तमिलनाडु स्थित सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादन की अग्रणी कंपनी नेवेली लिग्नाइट कारपोरेशन (एनएलसी)के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार को समाप्त कर दी। कंपनी के करीब 14,000 कर्मचारी वेतन और अन्य मांग को लेकर पिछले छह दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे।
कंपनी के सूत्रों ने बताया कि सोमवार आधी रात से हड़ताल खत्म कर दी गई और कर्मचारी मंगलवार सुबह की पाली में काम पर लौट आए।
1 जुलाई को केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी ए राजा ने एनएलसी में चल रही हड़ताल को खत्म करने के लिए कोयला मंत्रालय से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
सरकारी बिजली उत्पादक कंपनी के दो ट्रेड यूनियनों से जुड़े कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। कंपनी कर्मियों के वेतन मानों जनवरी, 2007 से संशोधन नहीं हुआ है। केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जयसवाल को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि प्रबंधन ने फिटमेंट के समय 25 फीसद वेतन लाभ पर सहमति जताई थी जिसे एक जनवरी, 2007 से प्रभावी होना था, लेकिन बाद की बातचीत में वह मुकर गया और कहा कि वह एक सितंबर, 2009 से सिर्फ नौ महीने का ही वेतन लाभ दिया जा सकता है।
तमिलनाडु की एनएलसी की दो प्रमुख कर्मचारी यूनियनों ने वेतन में सुधार के मामले पर वार्ता विफल होने के बाद बुधवार रात से हड़ताल पर जाने की घोषणा की। किसी भी प्रकार की हिंसा रोकने के लिए कंपनी की खानों, बिजली संयंत्र और कार्पोरेट कार्यालय के बाहर करीब 2,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
एनएलसी प्रबंधन ने राज्य सरकार से कहा है कि हड़ताल होने पर बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। पीएमके और सत्तारूढ़ डीएमके से जुड़ी यूनियनें 14,000 स्थाई कर्मचारियों के बहुमत का प्रतिनिधित्व करती हैं। प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच विवाद की प्रमुख वजह वेतन वृद्धि की तिथि को लेकर है। एक कर्मचारी नेता ने नेवेली से टेलीफोन पर कहा, “हम चाहते हैं कि वेतन वृद्धि एक जनवरी 2007 से प्रभावी हो। इस मांग पर प्रबंधन पहले सहमत था। अब प्रबंधन चाहता है कि वेतन वृद्धि एक सितम्बर 2009 से प्रभावी हो।”
इससे पहले गत वर्ष 29 मार्च को नेवेली लिगनाइट कॉर्पोरेशन के हजारों अस्थाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। लगभग 4,335 अस्थायी कर्मचारियों ने 8.33 प्रतिशत बोनस और प्रबंधन द्वारा उनकी यूनियन को मान्यता दिये जाने की मांग को लेकर यह हड़ताल की है। गौरतलब है कि यूनियन के प्रतिनिधियों और कंपनी प्रबंधन के बीच बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकलने के बाद इन कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। एनएलसी श्रमिक यूनियन का दावा है कि इस हड़ताल में अन्य कर्मचारी भी हिस्सा लेंगे।
चक्का जाम
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