Monday, July 5, 2010

वेतन न मिलने पर एमसीडी के सफाई कर्मचारियों ने की हड़ताल

नई दिल्ली, 5 जुलाई
राजधानी के अनेक इलाकों में दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारी निगम द्वारा कथित तौर पर वेतन नहीं दिए जाने के खिलाफ काम नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि निगम के नजफगढ़, करोलबाग, शाहदरा उत्तर और दक्षिण, दक्षिण और मध्य दिल्ली जोन के कर्मचारी सप्ताहांत में काम पर नहीं आए।
आंदोलन को गैरकानूनी ठहराते हुए एमसीडी ने चेतावनी दी है कि सोमवार से काम के बजाय धरना-प्रदर्शन करने वाले सफाई कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सफाई कर्मचारियों का एक सप्ताह से चल रहा आंदोलन एमसीडी को भारी पड़ रहा है। आयुक्त केएस मेहरा ने कर्मचारी नेताओं के साथ बैठक में उनकी अधिकतर मांगें ली थीं। स्थायी समिति अध्यक्ष योगेंद्र चंदोलिया भी सार्वजनिक तौर पर सफाई कर्मियों की मांगें मानने की घोषणा कर चुके हैं। इसके बावजूद आंदोलन खत्म होने के बजाय तेज हो गया है। एमसीडी प्रवक्ता दीप माथुर का कहना है कि प्रशासन ने आंदोलनकारी सफाई कर्मियों के प्रति अब कोई नरमी नहीं बरतने का फैसला किया है। उन्हें हर हाल में काम करना होगा। ऐसा नहीं करने पर विभागीय कार्रवाई होगी।
उधर, कर्मचारियों के आंदोलन के चलते एमसीडी का 1 जुलाई से शुरू हुआ विशेष सफाई अभियान टांय-टांय फिस्स है। आंदोलनकारियों ने जगह-जगह कूड़ा डालकर सफाई व्यवस्था चौपट कर दी है। शनिवार को तो उन्होंने उस कालोनी में उन्होंने प्रदर्शन किया, जिसमें मेयर पृथ्वीराज साहनी रहते हैं। उनकी कालोनी के चारों ओर सड़कों पर कर्मचारियों ने कूड़ा फैला दिया।
निगम ने कहा कि दैनिक वेतन वाले कर्मचारियों का पंजीकरण अभी उपस्थिति की बायोमेट्रिक प्रणाली में नहीं है और कुछ को इसके इस्तेमाल में तकनीकी कठिनाइयां आ रहीं हैं।
हड़ताली कर्मचारी चाहते हैं कि निगम में हाजिरी के लिए इस तरह की तकनीकी प्रणाली का इस्तेमाल नहीं किया जाए लेकिन एमसीडी इस मांग पर विचार नहीं कर रहा।
एमसीडी की स्थाई समिति के अध्यक्ष योगेंद्र चंडोलिया ने कहा कि सफाई कर्मचारी अनेक मुद्दों पर पिछले कुछ महीनों से हड़ताल कर रहे हैं। नियमितीकरण की उनकी मांग जायज है और इस पर विचार किया गया है, लेकिन उन्हें बायोमेट्रिक प्रणाली से हाजिरी लगानी चाहिए। हम किसी तकनीकी समस्या पर विचार करेंगे लेकिन इस प्रणाली को नहीं अपनाने का सवाल ही नहीं है।
सफाई कर्मियों को समय पर नहीं मिलता वेतन
गोहाना, 20 जून नगरपालिका के ठेके पर लगे सफाई कर्मचारियों को पिछले तीन माह से वेतन न मिलने के कारण उनमें रोष पनप रहा है। समय पर वेतन का भुगतान न होने के कारण सफाई कर्मचारियों की आजीविका भी प्रभावित हो रही है। कर्मचारियों ने बुधवार को एसडीएम से मुलाकात कर उनको हर माह समय पर वेतन का भुगतान करवाने की मांग की।
ठेके पर लगे सफाई कर्मचारी राजे, जितेंद्र, गौतम, विकास, देशराम, राजू, सतबीर, रिंकू, अनु, सीमा, अनीता, कविता, विजय, नीरू, सुनीता, रानी, राजेश आदि वेतन समस्या को लेकर बुधवार को एसडीएम से मिलने पहुंचे। मौके पर मौजूद सफाई कर्मचारियों ने कहा कि उनको तीन माह से वेतन नहीं मिल है। वेतन न मिलने के कारण उनके घर का खर्च चलना मुश्किल हो गया है। उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं। उनके बच्चों की पढ़ाई की फीस भी नहीं दी जा रही है, जिसकी वजह से उनके बच्चे में परेशानी में हैं और वे भी अपनी पढ़ाई ठीक तरह से नहीं कर पा रहे हैं। कर्मचारियों ने एसडीएम से गुहार लगाकर उनको समय पर वेतन देने की मांग की।


नोटः आपके पास भी मजदूरों से संबंधित कोई खबर को हो तो मजदूरनामा ब्लाग पर प्रकाशित करने के लिए mazdoornama@gmail.com पर ईमेल करें। मजदूरनामा टीम

No comments:

Post a Comment